रुड़की में बसपा विधायकों ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी समर्थित प्रत्याशियों के कमजोर पर्दशन और इसके बाद बसपा समर्थित जिला पंचायत सदस्यों के भाजपा में शामिल होने के मामले में प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल और प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, दरअसल रविवार को रूड़की में प्रेस वार्ता के दौरान लक्सर से बसपा विधायक शहजाद ने कहा कि पंचायत चुनाव मैं प्रदेश अध्यक्ष आदित्य बृजवाल और प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम ने विधायकों को पूछा तक नहीं, उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर समिति का भी गठन नहीं किया गया, वहीं गलत तरीके से भाजपा से आए लोगों को टिकट वितरण किया गया, इसके अलावा टिकट वितरण में भाई भतीजावाद और भाजपा पार्टी से सेटिंग होने के भी आरोप लगाए, उन्होंने कहा कि दोनों पदाधिकारियों ने सभी नियमों को ताक पर रखकर टिकट वितरण किया, इसकी जवाबदेही प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी की है, दोनों पदाधिकारियों पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाया।
वहीं बसपा विधायक शहजाद ने कहा कि राजनीति में उनका कैरियर काफी लंबा है, लेकिन जिस तरह से इस बार पंचायत चुनाव में लाठी का इस्तेमाल हुआ है ऐसा उन्होंने आज तक नहीं देखा, उन्होंने इसकी घोर निंदा की है, उन्होंने कहा कि 6 ब्लॉक में से 4 ब्लॉक में मतगणना के दौरान पुलिस प्रशासन ने लाठियां चार्ज की, उन्होंने कहा कि अब बसपा पार्टी बचाओ अभियान शुरू किया जाएगा।
वहीं इस दौरान मंगलौर विधायक सरवत करीम अंसारी ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के पीए ने उन्हें फोन करके यह कहा था कि उन्हें पंचायत चुनाव से दूर रहना है, इसी मनमानी के चलते पार्टी जिला पंचायत चुनाव में बसपा का प्रदर्शन बहुत कमजोर रहा, जिला पंचायत चुनाव में बसपा धरातल पर पहुंच गई, उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक हरिदास उनके बेटे आदित्य बृजवाल और बसपा के प्रदेश प्रभारी नरेश गौतम की वजह से बसपा का यह हाल हुआ है, इसका जवाब इन तीनों को ही देना है, उन्होंने कहा कि इस मामले को बसपा सुप्रीमो मायावती के सामने रखा जाएगा, उन्होंने कहा कि अपनी कमी विधायकों पर डालने का प्रयास किया जा रहा है, उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव में सोशल इंजीनियरिंग की भी कमी रही हैं।