हरिद्वार TODAY
रूड़की: नगर निगम रूड़की के सभागार में आज बोर्ड बैठक के दौरान जमकर हंगामा हुआ, बोर्ड बैठक के दौरान एक महिला पार्षद ने नाराज़गी जताते हुए निगम के एक ठेकेदार पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का आरोप लगाया, महिला पार्षद का आरोप था कि विकास कार्यों को लेकर निगम बिल्कुल भी जागरूक नही है, उन्होंने कहा कि अगर निगम के ठेकेदारों से बात की जाती है तो वह गालियों का इस्तेमाल करते है, जिसको कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा, क्योंकि ठेकेदार को अगर कार्य समय से करने को कहा जाता है तो वह पार्षदों पर आरोप लगाते है कि वह उनसे रूपयों की माँग कर रहे है, बल्कि कई दिन बीत जाने के बाद भी उनके वार्ड में काम नही होते हैं, इसी बात से नाराज होकर गुस्से में उन्होंने ठेकेदारों के शब्दों को रिपीट किया, बोर्ड बैठक के दौरान पार्षद आपस में ही एक दूसरे के साथ भिड़ते हुए नजर आए, वही पार्षद रविंद्र खन्ना ने नगर आयुक्त पर आरोप लगाए हैं कि पार्षद अपने काम के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं लेकिन उनके काम नहीं हो पा रहे हैं, उन्होंने कहा कि पार्षदों ने हर वार्ड में दो नल और बेंच लगाने की मांग की थी, लेकिन मांग पूरी नहीं हो पाई है, इसके साथ ही उन्होंने नगर निगम में कमीशन खोरी होने के भी आरोप लगाए हैं, पार्षद राकेश गर्ग ने आरोप लगाया कि जो लाइट खरीदी गई है वह 845 की कीमत की है, लेकिन नगर निगम के द्वारा उसी लाइट को 3 हजार सात सौ रुपये में खरीदा गया है, बैठक के दोराम पार्षद चंद्र प्रकाश बाटा और विवेक चौधरी के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई, इसके अलावा पार्षद चारुचंद्र के द्वारा यूजर चार्ज लिए जाने पर विरोध जताया गया, पार्षद चंद्रप्रकाश बाटा ने कहा कि अगर यूजर चार्ज समाप्त नहीं हुआ तो वह धरने पर बैठ जाएंगे।
वहीं रूड़की मेयर गौरव गोयल ने कहा कि आज बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें कुछ कार्यों को छोड़कर काफी विकास कार्यो पर बोर्ड की मोहर लगाई गई है, वहीं पार्षदों द्वारा किए गए हंगामे के सवाल पर मेयर ने कहा कि कुछ पार्षद ऐसे हैं कि वह मीडिया में छाए रखने के लिए रूड़की की जनता को दिखाना चाहते हैं कि वह कितने संघर्ष शील हैं, जबकि वह कितने संघर्ष शील है ये नगर निगम बेहतर जानता है।