रुड़की: पिरान कलियर दरगाह साबिर पाक के 754 वें उर्स/मेले में 7 अक्टूबर की सुबह पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था रूडकी पहुँचेगा, उसके बाद पुलिस और प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच पीरान कलियर पहुँचेगा, उर्स कार्यक्रम आयोजन समिति के संयोजक व अंतरराष्ट्रीय शायर अफजल मंगलौरी ने बताया कि इस बार दस अक्टूबर को पीरान कलियर में एक कार्यक्रम में पाकिस्तानी जत्थे के लीडर के द्वारा लाहौर गुरु मंदिर और लाहौर शिव मंदिर के लिए हरिद्वार का पवित्र गंगाजल सांसद डॉ.कल्पना सैनी,पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद महाराज के कर कमलों से भेंट किया जाएगा, साथ ही दरगाह साबिर पाक का तबर्रूक (प्रसाद) वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स द्वारा भेंट किया जायेगा।
वहीं अफजल मंगलौरी के अनुसार भारतीय दूतावास इस्लामाबाद ने 166 यात्रियों को पीरान कलियर उर्स का वीजा प्रदान किया है, जिनमें से 150 या 155 के करीब जायरीन भारत पहुँच सकेंगे, अफजल मंगलौरी ने बताया कि पांच वर्ष बाद यह जत्था इस बार उर्स/मेले में सद्भावना और विश्व शांति का पैगाम लेकर भारत आ रहा है, साल 2017 में 153 पाकिस्तान के यात्रियों ने उर्स/मेले में भाग लिया था, उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की बड़ी दरगाह बाबा फरीद पकपट्टन, जिनके सबसे अधिक श्लोक सिखों की पवित्र किताब गुरुग्रन्थ साहिब में लिखे है के दीवान साहब अहमद मसूद फरीदी भी पहली बार जत्थे में पधार रहे हैं, साथ ही लाहौर की दरगाह दाता दरबार से साहिबजादा मो.शफी भी जत्थे में शिरकत कर रहे हैं, जत्थे की सुरक्षा और निगरानी के लिए पुलिस प्रशासन व खुफिया विभाग को पूरी तरह से सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।