रूड़की: पीएम मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया है, जिससे रूड़की क्षेत्र के किसानों में भी तीनों कानून वापस लेने पर खुशी की लहर देखने को मिल रही है। वहीं उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने केंद्र सरकार के इस फैसले को किसानों की जीत बताया है।
वहीं इस मामले में किसान नेता पदम रोड ने भी कृषि कानून वापसी पर किसानों की बड़ी जीत बताते हुए कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का घमंड टूटा है। ये लड़ाई सच्चे मन से लड़ी गई थी जिसमें किसानों को जीत मिली है। उन्होंने कहा अगर सरकार द्वारा कृषि कानून को वापस न लिया जाता तो किसान अपना आंदोलन कभी खत्म नहीं करते। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी गलती मान कर यह स्वीकार कर लिया है कि कृषि कानून किसानों पर थोपना उनकी गलती थी, लेकिन अगर यह कानून पहले ही वापस ले लिया जाता तो इतने किसानों की शहादत ना होती जिसको लेकर मोदी सरकार जिम्मेदार है।
दरअसल केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानूनों को लागू किए जाने के बाद से ही पूरे देश भर के किसानों में रोष देखने को मिल रहा था, साथ ही किसान पिछले लंबे समय से दिल्ली में आंदोलन पर बैठे थे और इन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे। वहीं आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु नानक जयंती के अवसर पर किसानों को बड़ी सौगात दी है, जिसको लेकर पीएम मोदी की घोषणा के बाद किसानों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है।
उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि वास्तव में किसानों ने अपनी ताकत का एहसास आज सरकार को करा दिया है। पिछले 11 महीने से किसान कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन पर बैठे थे, जिसको लेकर आज किसानों की बड़ी जीत हुई है। वहीं उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आने वाले समय में चाहे किसी की भी सरकार बने लेकिन कोई भी सरकार किसान के खिलाफ निर्णय लेने का फैसला नहीं कर पाएगी। यह किसानों के मान सम्मान की लड़ाई थी जिसमें किसानों की आज बड़ी जीत हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार यह फैसला न लेती तो आने वाले विधानसभा चुनाव में किसान उनका भारी विरोध करते जिसको लेकर आखिरकार किसानों की बड़ी जीत हुई है।