हरिद्वार TODAY
रुड़की: एक बार फिर रूड़की क्षेत्र में डेंगू का कहर देखने को मिला है, दरस्सल झबरेड़ा थाना क्षेत्र के मानकपुर गांव में डेंगू ने कहर बरपाया हुआ है, स्वास्थ्य विभाग की ओर से 58 बुखार पीड़ित ग्रामीणों के सैंपल लिये गए थे, जिसमें से 22 ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जिसके बाद से गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है, वहीं, गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं, उनका उपचार रूड़की के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
बता दें कि रुड़की के शंकरपुरी व ब्रह़मपुर गांव के बाद अब डेंगू ने झबरेड़ा क्षेत्र के मानकपुर आदमपुर गांव में कहर बरपाना शुरू कर दिया है, यहां पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों के संदिग्ध बुखार की चपेट में आने की सूचना के बाद जिले से मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की एक टीम को गांव भेजा गया था, टीम ने गांव का सर्वे कर 58 बुखार पीड़ित ग्रामीणों के खून के सैंपल लिये थे, इनमें 15 ग्रामीणों की प्लेटलेट्स बेहद कम आई थी, वहीं इन ग्रामीणों के खून की एलाइजा जांच भी कराई गई थी, एलाइजा जांच की रिपोर्ट आ गई है, इनमें 22 ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई है, गांव में इतनी बड़ी संख्या में डेंगू पीड़ित मरीज मिलने के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है, गांव में बुखार से पीड़ित एक महिला की मौत भी हो चुकी है।
वहीं रूड़की गंगनहर कोतवाली प्रभारी ऐश्वर्य पाल कुछ दिन से बुखार से पीड़ित थे, खून की जांच कराने पर उनमें डेंगू की पुष्टि हुई है, उनका उपचार रूड़की के एक निजी अस्पताल में चल रहा है, इसके अलावा शहर के निजी अस्पतालों में भी कई डेंगू पीड़ित मरीजों के भर्ती होने की सूचना है, सीएमओ हरिद्वार डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह ने बताया कि मानकपुर गांव में 22 ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई है, गांव में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।
तीन टीमें लगाई गई डेंगू की रोकथाम के लिए
मानकपुर आदमपुर गांव में डेंगू से बचाव और जागरूकता को लेकर सीएमओ हरिद्वार ने तीन टीमें लगाई हैं, सीएमओ हरिद्वार डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह ने बताया कि मानकपुर आदमपुर गांव में डेंगू पीड़ित मरीजों के उपचार, उनकी देखरेख, जागरूकता और कीटनाशक दवाओं की छिड़काव को लेकर तीन टीमें लगाई गई हैं, पीएचसी के सीएचओ के नेतृत्व में यह टीम काम रही हैं।
अभी 40 और ग्रामीणों के लिए गए सैंपल
वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 40 और ग्रामीणों के खून के नमूने लिये हैं, इनमें अधिकांश ग्रामीण उन बुखार पीड़ितों के परिजन हैं जिनमें डेंगू की पुष्टि हुई है, इनकी भी एलाइजा जांच कराई जा रही है।
डेंगू पीड़ितों की हालत खतरे से है बाहर
वहीं भगवानपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रांत सिरोही ने बताया कि जिन ग्रामीणों में डेंगू की पुष्टि हुई है उन सभी की हालत खतरे से बाहर है, विभागीय टीम मरीजों की पल-पल की खबर ले रही है, सभी मरीज अपने घर पर हैं, उनकी हालत खतरे से बाहर है, दो-चार दिन में वह स्वस्थ हो जाएंगे।