देश के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान पाकर शिक्षक प्रदीप नेगी हरिद्वार पहुंच चुके हैं। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान मिलने के दौरान उन पलों को याद किया है साथ ही उन्होंने यह सम्मान अपने छात्रों और सहयोगी शिक्षकों को समर्पित किया है।
शिक्षक दिवस 2022 पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित हरिद्वार जीआईसी भेल के अर्थशास्त्र के लेक्चरर (मास्टर ट्रेनर) प्रदीप नेगी हरिद्वार पहुंच चुके हैं। इस दौरान प्रदीप नेगी ने बताया कि जब वो 2 वर्ष की उम्र के थे तब उन्हें पोलियो हो गया था. जिसके चलते उनके पैर खराब हो गए थे मगर उनके माता-पिता ने उनके पढ़ाने में मेहनत की और प्रदीप नेगी ने उनकी मेहनत को सच करके दिखाया। दिव्यांग होने के बावजूद उन्होंने सफलता की ऊंचाई हासिल की है जिसे पाने की हर किसी को लालसा होती है। प्रदीप नेगी ने बताया कि जब राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उनको सम्मानित किया तब वहां पर उनकी पत्नी योगिता नेगी और उनकी बेटी गार्गी नेगी भी मौजूद थीं प्रदीप नेगी की पत्नी योगिता नेगी ने कहा कि वो अपने पति की उपलब्धि पर बहुत खुश हैं। यह पल उनके लिए भावुक पल थे प्रदीप ने दिव्यांग होने के बावजूद हौसला नहीं छोड़ा। शिक्षक दिवस 2022 के मौके पर हरिद्वार के शिक्षक प्रदीप नेगी को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जो दिव्यांग होने के बाद भी दूसरे शिक्षकों के लिए मिसाल बन गए हैं कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू के एक कदम ने सबका दिल जीत लिया और पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से भर गया था।
प्रदीप नेगी अब तक दो बार राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित हो चुके हैं पहली बार उनको साल 2014 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने सम्मानित किया था इस साल 2022 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रोटोकॉल तोड़कर प्रदीप नेगी के स्थान पर पहुंच कर सम्मानित किया प्रदीप नेगी को मिले सम्मान की फेहरिस्त लंबी है लेकिन राष्ट्रपति द्वारा जिस तरह से उनका सम्मान किया गया उससे वो अभिभूत है उन पलों को भूल नहीं पा रहे हैं और उनको याद करके भावुक हो उठते हैं।