भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के प्रोफेसर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। प्रोफेसर का शव बंद प्लैट में मिला है फ्लैट से दुर्गंध आने पर पड़ोस में रह रहे अन्य फैकल्टी ने इस बात की जानकारी आईआईटी रुड़की सुरक्षा अधिकारी को दी है। वहीं सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया है साथ पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
जानकारी के मुताबिक आईआईटी रुड़की में कैमेस्ट्री डिपार्टमेंट के प्रोफेसर कैलाश चंद गुप्ता कैंपस परिसर स्थित हिलव्यू अपार्टमेंट में पांचवी मंजिल के बी-5 फ्लैट में रहते थे। सोमवार की देर शाम पड़ोस में रहे एक अन्य प्रोफेसर ने आईआईटी रुड़की के सुरक्षा अधिकारी को बताया कि प्रोफेसर कैलाश चंद गुप्ता के फ्लैट से कुछ दिन से दुर्गंध आ रही है अब यह दुर्गंध बहुत ज्यादा बढ़ गई है प्रोफेसर कैलाश चंद गुप्ता चार-पांच दिन से दिखाई भी नहीं दिए हैं। अनहोनी की आशंका को देखते हुए के सुरक्षा अधिकारी ने मामले की जानकारी सिविल लाइन कोतवाली पुलिस को दी सूचना पर तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची वहीं पुलिस की मौजूदगी में फ्लैट का दरवाजा तोड़ा गया, आईआईटी रुड़की फ्लैट के भीतर बहुत ज्यादा दुर्गंध थी पुलिस और अन्य लोग जैसे ही फ्लैट में अंदर गए तो उनके होश उड़ गए. प्रोफेसर कैलाश चंद गुप्ता कुर्सी पर मृत पड़े हुए थे.पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया पुलिस ने बताया कि प्रेफेसर अकेले ही रहते थे और वह अविवाहित थे उनकी उम्र करीब 63 वर्ष थी वह मूलरूप से झांसी के रहने वाले बताए गए हैं. पिछले पांच-छह दिन से वह क्लास लेने भी नहीं गए थे. शव को देखकर लग रहा है कि वह चार-पांच दिन पुराना है। मामले में सिविल लाइन कोतवाली प्रभारी देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है उधर आईआईटी रुड़की की मीडिया सेल का कहना है कि प्रोफेसर कैलाश चंद गुप्ता का शव उनके फ्लैट में मिला है इसकी सूचना पुलिस को दी गई है, साथ ही उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है।