पिछले कई सालों से होली का दहन कब्रिस्तान की जमीन पर होता चला आ रहा है, वहीं मुस्लिम समाज के लोगो ने होलिका दहन का स्थान बदलने की मांग प्रशासन से की है, जिसके बाद दोनो पक्षो के लोगो को कोतवाली रुड़की में बुलाया गया और स्थान बदलने तक होलिका दहन को उसी स्थान पर सहमति जताई गई है।
दरअसल मामला रूड़की की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के मोहनपुरा गांव का है, इस मामले में एसआई संजीव ममगई ने दोनों समुदायों के लोगों से बात की, जिसके बाद दोनों समुदायों के लोग आपस में सहमत हुए कि जब तक कोई दूसरा स्थान होली का दहन के लिए हिन्दू समाज को जगह नहीं मिल जाती तब तक हिन्दू समाज के लोग कब्रिस्तान की ही जमीन पर होली जलाते रहेंगे।