रुड़की: आईआईटी रुड़की में गबन करने के आरोप में जेल में बंद कर्मचारी धीरज उपाध्याय की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। दरअसल शुक्रवार की सुबह खाना खाने के बाद 11 बजकर 40 मिनट पर धीरज उपाध्याय के अचानक सीने में दर्द की शिकायत हुई। जिसके बाद जेल में तैनात चिकित्सक नितेश कुमार ने उनकी जांच पड़ताल की तो पता चला कि उनके हार्ट में दिक्कत है। जिसके बाद धीरज उपाधयाय को रूड़की के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां पर दोपहर एक बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। वहीं इसकी सूचना रूडकी के भगेड़ी में रहने वाले उनके परिजनों को दे दी गई है।
बता दें कि रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने 26 अक्टूबर को धीरज उपाध्याय निवासी पटेरहा थाना पडरौना जिला कुशीनगर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया था। धीरज उपाध्याय गिरफ्तारी के समय भंगेड़ी गांव में रह रहा था, वहीं पुलिस ने खुलासे में बताया था कि वह आईआईटी डीन ऑफिस में सीनियर असिस्टेंट क्लर्क था। 2017 से वह संस्थान की धनराशि अपने खाते में ट्रांसफर कर रहा था, फिलहाल उसके खाते में 20 लाख रुपए जमा थे जिन्हें होल्ड करवा दिया गया था, धीरज पर आरोप था कि उसने करीब 13 बैंकों की ट्रांजक्शन दिखाकर एक करोड़ पांच लाख 35 हजार रुपयों का गबन किया था जिसकी रिपोर्ट 11 दिसंबर 2020 को आईआईटी के कर्मचारी प्रशांत गर्ग ने पुलिस को तहरीर देकर दी थी।
वहीं तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने धारा 409 के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। वहीं एक वर्ष बाद आरोपी धीरज को पुलिस ने 26 अक्टूबर को गिरफ्तार कर उसे रूड़की के उपकारागार में भेज दिया था।