हिंदुस्तान की तहज़ीब में उर्दू अदब भी खास मुक़ाम रखता है, इसी के चलते रुड़की के एक निजी होटल में कहीं कुछ नामक पुस्तक का विमोचन किया गया, जिसमें तमाम शायरों के साथ साहित्यकारों और कवियों ने भी भारी संख्या में हिस्सा लिया, इस दौरान हिंदी और उर्दू जुबान में लिखी गई पुस्तकों का विमोचन किया गया।
इस दौरान शायरा “बुशरा तबस्सुम” ने बताया कि उनकी पहली पुस्तक का आज विमोचन किया गया और आगे भी वह इसी तरह की पुस्तकें लिखेंगी, उनकी कविताएं बहुत छोटी होती है, क्योंकि आज के दौर में लोगों को समय की खासतौर पर दिक्कतें रहती है, इसी बात को ध्यान में रखकर उन्होंने कविताओं को बहुत कम शब्दों में लिखने का प्रयास किया है, उन्हें उम्मीद भी है कि उनकी यह पुस्तक लोगों को अवशय पसन्द आएंगी।