रमज़ान का आखरी अशरा चल रहा है वहीं इस आखरी अशरे में तेज़ गर्मी भी पड़ रही है, वहीं रमज़ान के आखरी अशरे के बावजूद छोटे बच्चे भी रोज़े रख रहे हैं।
दरअसल रुड़की के सोत मोहल्ला निवासी 11 वर्षीय सैयद मोहम्मद शानिफ़ ने पहला रोज़ा रखा और अपने मित्र बच्चों की दावत की, जिसमें उसके कई हिन्दू सहपाठी भी शामिल हुए, शानिफ़ आज के रोज़े पर बहुत खुश है, शानिफ़ की माता शीबा फराह एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं, उन्होंने बताया कि पिछले कई सप्ताह से उनका बेटा पहला रोज़ा रखने की जिद कर रहा था, मगर तेज़ गर्मी के कारण हमने इजाज़त नहीं दी, बाद में शानिफ़ की ज़िद और खाव्हिश के आगे उसको रोज़े की अनुमति दी, सैयद शानिफ़ के पिता पीरान कलियर दरगाह वक्फ बोर्ड में तैनात है, उन्होंने भी अपने पुत्र के पहले रोज़े पर खुशी का इज़हार किया हैं, उत्तराखंड उर्दू अकादमी के पूर्व चैयरमेन व अंतरराष्ट्रीय शायर अफ़ज़ल मंगलौरी,सोत क्लब के सचिव वसीम सिद्दीकी,इमरान देशभक्त,सैयद नफीसुल हसन आदि ने बधाई दी है।