हरिद्वार TODAY
रुड़की के बुग्गावाला थाना क्षेत्र के जंगल में रहने वाले गुर्जर डेरे के चार बच्चों ने किसी जंगली पौधे की फली खा ली जिससे उनकी तबीयत बिगड़ गई, इनमें से दो बच्चियों की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि दो बच्चों को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बुग्गावाला क्षेत्र के बुधवाशहीद गांव के समीप जंगल में दो गुर्जर परिवारों का डेरा है, इमरान और सद्दाम गुर्जर परिवार के साथ डेरे में रहकर दूध आदि बेचकर अपना पालन-पोषण करते हैं, बताया जा रहा है कि शुक्रवार की शाम को करीब चार बजे दोनों परिवारों के बच्चे शीबू (6 वर्ष) साफिया (6 वर्ष) बशीर (5 वर्ष) और आशिफा (6 वर्ष) डेरे के पास घूमते हुए जंगल की तरफ चले गए और उन्होंने किसी जंगली पौधे की जहरीली पत्तियों का सेवन कर लिया जिससे बच्चों को उल्टी होने के साथ ही वे बेहोश हो गए, कुछ देर बाद परिजन बच्चों को ढूंढते हुए जंगल की तरफ पहुंचे तो उनकी हालत बिगड़ती देख बुग्गावाला ले जाकर एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, बच्चों के दादा मोहम्मद हनीफ ने जानकारी देते हुए बताया कि इलाज के दौरान शीबू पुत्री सद्दाम की मौत हो गई, जबकि शनिवार की सुबह साफिया पुत्री इमरान की भी मौत हो गई, जिसके बाद दोनों बच्चियों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि बशीर और आशिफा की हालत बिगड़ने के चलते आशिफ़ा को देहरादून के एक निजी अस्पताल और बसीर को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है जहां दोनों की हालत नाजुक बताई गई है।
एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि पुलिस को भी बच्चों की मौत की जानकारी शनिवार शाम को मिली, जानकारी मिलने के बाद अब पुलिस मामले की जांच कर रही है, फिलहाल पता लगा है कि परिजनों ने दोनों बच्चों का अंतिम संस्कार भी कर दिया है, जबकि दो की हालत अभी गंभीर बनी हुई है जिन्हें हायर सेंटर में भर्ती कराया गया है।