हरिद्वार TODAY
रुड़की के भगवानपुर थाना क्षेत्र में इस समय खनन माफिया खुलकर खनन का खेल खेल रहे हैं, दरअसल इन खनन माफियाओं से कोई पूछने वाला नहीं है कि कितनी मिट्टी उठाने की परमिशन है, कितनी जेसीबी और डंपर खनन कर सकते हैं, सूचना पर कवरेज करने के लिए पहुंचे मीडिया कर्मियों से भी खनन माफिया अकड़ से बात करते हैं, इस दौरान कवरेज के लिए पहुंचे मीडिया कर्मियों पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी तक दे डाली।
बता दें कि पिछले काफी दिनों से भगवानपुर के दरियापुर दयालपुर गांव से परमिशन की आड़ में खनन माफिया खुलकर खनन का खेल खेलने में लगे हैं, खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलन्द है कि कवरेज करने गए मीडिया कर्मियों तक को हेकड़ी दिखा रहे हैं, गुरुवार को ग्रामीणों की सूचना पर जब मीडिया कर्मी कवरेज के लिए पहुंचे तो एक खनन माफिया ने रौब गालिब करते हुए कैमरे पर हाथ मार कर छीनने का प्रयास किया, इतना ही नहीं मीडिया कर्मियों को ही उल्टा धमकाते हुए झूठे मुकदमे में फसाने की बात करने लगा, इसके बाद मीडिया कर्मियों ने उसकी एक नही सुनी और जगह-जगह फोन घुमाने लगा, हालांकि पूरी घटना मीडिया कर्मियों के कैमरे में कैद ही गई, अब सोचने वाली बात ये है कि आखिर किसकी शय पर खनन का ये बड़ा खेल भगवानपुर में चल रहा है, वहीं हरिद्वार के खनन अधिकारी प्रदीप कुमार भी इस मामले से अनजान बने बैठे हैं, जब इस बाबत खनन अधिकारी प्रदीप कुमार से बात की गई तो उन्होंने टीम भेजकर इसकी जांच कराने की बात कही, अब सवाल ये है कि आखिर खनन से जुड़े अधिकारी अब तक क्यों अनजान बने बैठे रहे, आखिर इन खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद किसकी शय पर हो रहे हैं।
दरअसल किसी भी जगह से मिट्टी उठाने के लिए और उसको डालने के लिए प्रशासन से परमिशन ली जाती है, लेकिन यहां लगभग एक दर्जन से अधिक जगह पर मिट्टी डाली जा रही है, भगवानपुर औद्योगिक क्षेत्र से लेकर खानपुर रोड, इमली रोड तक बड़े-बड़े भराव छोटी सी परमिशन की आड़ में हो रहे हैं, लेकिन कोई अधिकारी इस ओर संज्ञान लेना पसंद नहीं कर पा रहे है, भगवानपुर संयुक्त मजिस्ट्रेट आशीष कुमार मिश्रा ने उक्त संबंध में तहसीलदार गिरीश चंद त्रिपाठी को निर्देशित किया है कि दरियापुर दयालपुर में जो खनन की शिकायत प्राप्त हुई है उसमें जांच कर आवश्यक कार्रवाई करें।
भगवानपुर तहसीलदार गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि मौके पर पहुंचकर परमिशन से अधिक जो खनन हुआ है उस पर कार्रवाई की जाएगी और जिन खसरों से अलग अवैध खनन किया है उसमें भी कार्रवाई कर उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट बनाकर भेजी जाएगी।