हरिद्वार TODAY
रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली अपने साथियों के साथ पहुंचे भारतीय किसान यूनियन क्रांति मोर्चा के राष्टीय अध्यक्ष विकास सैनी की पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक हो गई, इस दौरान उन्होंने पुलिस को चेतावनी दी कि पीड़ित महिला का मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो कोतवाली में सैंकड़ों मवेशी बांध दिए जाएंगे देंगे, उन्होंने पुलिस पर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों से मिलीभगत करने और महिला का उत्पीड़न करने का भी आरोप लगाया है।
बता दें कि रूड़की की गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी एक महिला ने फाइनेंस पर कुछ साल पहले एक जेसीबी मशीन खरीदी थी, बताया गया है कि महिला करीब 40 किस्त जमा कर चुकी थी, जबकि करीब आठ किस्त अभी बाकी बची थी, आरोप है कि क़िस्त जमा नहीं करने पर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी महिला की जेसीबी उठाकर ले गए, करीब 3 माह पहले महिला ने एआरटीओ कार्यालय के बाहर अपनी जेसीबी मशीन खड़ी देखी तो गांव से कुछ ग्रामीणों को बुला लिया, महिला जैसीबी अपने साथ ले गई, रविवार को सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने फोन करके महिला को जेसीबी मशीन कोतवाली लाने के लिए कहा, महिला ने इनकार किया तो पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की चेतावनी दी, जिसके बाद महिला ने इसकी जानकारी किसान यूनियन के राषटीय अध्यक्ष विकास सैनी को दी, जिसके बाद वह किसानों को लेकर कोतवाली पहुंचे, विकास सैनी ने आरोप लगाया कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने किसी को गुपचुप तरीके से जेसीबी को बेच दिया, उन्होंने पुलिस पर फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया है, इस दौरान उनकी पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक भी हुई, वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रदीप तोमर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी, वहीं किसान नेता विकास सैनी ने पुलिस को चेतावनी दी है कि यदि महिला का उत्पीड़न जारी रहा तो वह कोतवाली में मवेशी बांध देगे, जिसकी जिम्मेदारी पुलिस की होगी।
वहीं सिविल लाइन कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप तोमर ने बताया कि महिला की जेसीबी कि किसत जमा नहीं करने पर बैंक ने उसकी ऑनलाइन नीलामी कराई थी और यह जेसीबी मशीन गाजियाबाद निवासी फजलुर्रहमान ने खरीदी थी, फजलुर्रहमान ने जेसीबी एआरटीओ कार्यालय में भिजवाई थी, इस मामले में फजलुर्रहमान की तरफ से पुलिस को तहरीर दी गई है, पुलिस ने इसी वजह से महिला को जेसीबी लेकर आने के लिए कहा था, उन्होंने कहा कि यदि इस मामले में महिला ने पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास किया तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।