उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पुलिस ने कमर कस ली है। पंचायत चुनाव में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए अपराधियों और तस्करों पर शिकंजा कसते हुए जिला बदर की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने रविवार को 7 लोगों को जिला बदर किया। वहीं चुनाव को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग की बैठक हुई।
आपको बता दें कि जिला पंचायत के चुनावों में अक्सर हंगामे देखने को मिलते हैं इस दौरान वोटरों को रिझाने के लिए शराब भी पिलाई जाती है साथ ही धन बल का इस्तेमाल भी किया जाता है लिहाजा संभावित प्रत्याशी मतदाताओं को न रिझा सके और न ही उन पर किसी तरह का कोई दबाव बना सकें इसके लिए पुलिस ने निरोधात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है. एसपी सिटी के आदेश पर कोतवाली ज्वालापुर पुलिस ने ज्वालापुर क्षेत्र के 7 ऐसे अपराधियों को जिला बदर करने के आदेश जारी दिए थे. जिनके खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी में कोतवाली में मुकदमा दर्ज हैं.कोतवाली ज्वालापुर इंचार्ज आरके सकलानी ने बताया कि त्रिलोक, दिनेश, दिलशाद, मेहराज, कुंवर पाल, नदीम और मेहरबान को जिला बदर करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं यदि निर्धारित समय के भीतर ये लोग क्षेत्र में नजर आए तो इनको गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अन्य अपराधियों को भी चिन्हित कर सूची तैयार की जा रही है।
बता दें कि उत्तराखंड में हरिद्वार जिला ऐसा है जहां पंचायत चुनाव राज्य के बाकी 12 जिलों के साथ नहीं होते हैं राज्य गठन के बाद से ही यह परिपाटी जारी है बीते साल मार्च से जून के बीच पंचायतों का कार्यकाल खत्म होने के बाद इन्हें प्रशासकों के हवाले कर दिया गया था अब पंचायत चुनाव को लेकर तिथि का ऐलान हो गया है 6 से 8 सितंबर तक नामांकन होंगे जिसके बाद 9 से 11 सितंबर तक नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी वहीं12 सितंबर को नामांकन वापस लेने की तिथि होगी और 13 सितंबर को प्रतीकों का आवंटन होगा मतदान 26 सितंबर और मतगणना 29 सितंबर को होगी।